मैथिली लेल समर्पित कलाकार भास्कर


यूट्यूब एला सं कतेक मैथिल प्रतिभा अपन टैलेंट एहू प्लेटफोर्म पर देखा रहल छथि. एहि प्लेटफोर्म पर मिथिलाक प्रसिद्ध अभिनेता भास्करानंद  झा, मुडी भास्कर नाम सं सीरिज लए एलाह अछि. जाहि मे हुनक अभिनयक कतेको रंग सब देखा रहल अछि. भास्करानंद झा मने भास्कर मने मैथिली रंगमंचक प्रसिद्ध अभिनेता मने एकटा मैथिल अभियानी जे रंगमंच लेल अपन जीवन लगा देलनि. एकटा एहन व्यक्ति जिनक रोम–रोम मे मैथिली बसल अछि, जतय रहलाह अपन अभिनय सं चर्चित रहलाह. हिनक काज कें कखनो बिसरल नै जा सकैत अछि. आब ओ पटना होए कि दिल्ली वा मुंबई, जतए रहलाह मैथिली नाटक अभियान कें आगू बढबैत रहलाह.

मधुबनी जिलाक धगजरी गाम निवासी भास्कर जी पटना मे मैथिली नाटक सं अपन अभिनय यात्रा शुरू करैत छथि. मैथिलीक प्रसिद्ध संस्था भंगिमा सं जुड़लाह भास्कर, जतए ओ अग्निपथक सामा, बकलेल, मैक्सीवाली भौजी, ई त कमाल भ जायत, देसिल बयना, इहो गाम अलबत्ते, सुनू जानकी, अप्पन हारल, चाही एकटा शिवसिंह, चौपट राजा, सेहंता आदि नाटक मे अपन अभिनय सं एकटा अलग पहचान बनेलनि त पटनाक इप्टा नाट्य संस्था सं जुड़ि हिन्दी नाटक मे सेहो अपन पहिचान बनेलनि. कोर्ट मार्शल मे रामचंद्रक भूमिका मे हुनकर अभिनय कें बेस चर्चा भेल. एतय ओ मुआवजे, ताजमहल का टेंडर, कोर्ट मार्शल, दूर देश की कथा, एक समय ऐसा भी, सवा सेर गेहूं आदि हिन्दी नाटक केलनि.

भास्कर मैथिली रंगमंच लेल जे एकटा नीक काज केलनि जे ओ भंगिमाक बाल रंगमंचक अभियान कें आगू बढेलनि. हिनक निर्देशन मे पंडित आ गरेड़िया नाटक ततेक लोक पसीन केलक जे ओकर मंचन बेर-बेर भेल. भास्कर जी किछु बाल नाटक सेहो लिखलनि- पंडित आ गरेड़िया, हेबे करतै, एना भ जाइ छै, सीताक राम आदि जकर ओ निर्देशन सेहो केलनि.

पटनाक बाद ओ दिल्ली गेलाह जतय मैथिली रंगमंच सं जुड़लाह आ ओतय सेहो सब संस्था सं जुड़ि मैथिली नाटक केलनि आ ओतय सेहो अपन पहिचान बनेलनि. दिल्ली मे जे मैथिली नाटक केलनि- एक छल राजा (मैलोरंग), देसिल बयना (नटराज), सोन मछरिया, सामा चकेबा, नैका बनिजारा, छुतहा घैल, टुस्सा आ बांझी, उगना हॉल्ट इत्यादि (मिथिलांगन) आ हिन्दी नाटक मे इस्तांबुल हूं, १८५७ आदि.

फेर ओ मुंबई एलाह आ सक्रिय भेलाह. एमटीवी  रियलिटी स्टार, सीआईडी, झांसी की रानी, अशोका, वीर शिवाजी, बुद्धा, सौ भाईयों की बहना सहित कतेक रास धारावाहिक मे काज केलनि. अपन सिनेमा कैरियर मे मैथिलीक चलचित्र सब मे सेहो ओ काज केलनि जेना कवि कल्पना, नमो नारायण,  दियर भौज, नैन ने तिरपित भेल, सिंदूरदान, सीतायन आदि.

विकास झा निर्देशित शार्ट फिल्म कवि-कल्पना मे हुनक रोल मने कविक रोल मे हिनक काज कें ततेक पसिन कएल गेल जे हिनक पहचान बनि गेल कवि जी...एहि मादे ओ कहैत छथि जे हमर सदिखन इएह इच्छा छल जे कम काज करी मुदा नीक काज करी. तैं हम रंगमंच सं बेसी जुड़ल छी आ रील पर कम, नीक काज भेटत तखने सिनेमा आ कि वेबसीरिज मे काज करब...हम रंगमच मे काज सं खुश छी.  

मुंबई में सेहो ओ नाटक सं जुडल छथि. एतय हिन्दी नाटक अँधेरे में कें निर्देशन केलनि आ हुनके नाम नाटक आ मैथिली नाटक सांझक गाछ मे हिनकर काज कें खूब पसिन कएल गेल. दुलारी बाई, लाछी, पॉल गोमरा का स्कूटर आदि हिन्दी नाटक मे हिनक काज कें पसिन कएल गेल. मुंबई में आयोजित मैथिली लिटरेचर फेस्टिवल मे राजकमल चौधरीक कविता पर सोलो परफोर्मेंस केलनि हुनके नाम सं. 

एतय रंगमंचक अलावा ओ नव नव अभिनेता कें ट्रेंड करैत छथि. ओकर संग वर्कशॉप करैत छथि. संगहि ग्रीष्मकाल मे एतय आयोजित स्कूल सब मे सेहो ओ नाटकक वर्कशॉप मे नेना–भुटका सब कें नाटक सिखबैत छथि. अपन काज सं सदिखन अचम्भित करैबला भास्कर झा मुडी भास्कर सं अपन नव तेवर संग उपस्थित छथि.

— जितेन्द्र नाथ जीतू

जीतू जी मैथिली रंगमंच मे सक्रिय रहल छथि. बॉलीवुड मे लेखन आ निर्देशन कार्य सं जुड़ल छथि. साहित्य मे अभिरुचि छनि, हिनक मैथिली कहानी ओ लेख पत्र-पत्रिकादि मे प्रकाशित होइत रहैत अछि.
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