मिथिला केर विषय मे वृहद विष्णु पुराण केर मिथिला-माहात्म्य खंड मे कहल गेल अछि जे गंगा सं हिमालय मध्य 15 नदी युक्त परम पवित्र तीरभुक्ति (तिरहुत) स्थित अछि. तीरभुक्ति मिथिला सीता केर धरती निमिकानन अछि, ज्ञान केर क्षेत्र आ कृपापीठ अछि. मिथिला निष्पापा आ निरपेक्षा अछि जे भगवान राम कें आनंद प्रदान करैत अछि आ मंगलदायिनी अछि. श्रीसावित्री तथा श्रीगौरी सन देव-शक्ति केर जन्म धरती मिथिला अछि. स्वयं सर्वेश्वरेश्वरी श्रीसीता जी केर जन्मभूमि मिथिला मे समुचित आचरण सं समस्त सिद्धि प्राप्त होइत अछि.
वृहद विष्णु पुराण मे मिथिला केर 12 नाम (Mithila Ke Prachin naam) उल्लिखित अछि. एतय देखल जा सकैत अछि-
मिथिला तैरभुक्तिश्च वैदेही नैमिका नाम्।
ज्ञानशीलम् कृपापीठं स्वर्णालांगल पद्धति:॥
जानकी जन्मभूमिश्च निरपेक्षा निकल्मष।
रामानन्दकरी विश्वभावनी नित्य मंगला:॥
इति द्वादश नामानि मिथिलाया:!!
मिथिला केर 12 प्राचीन आ प्रचलित नाम (Mithila Ke Prachin naam) एतय देखल जा सकैछ:
1. मिथिला
2. तिरभुक्ति (तिरहुत)
3. वैदेही (विदेह)
4. नैमिकानन
5. ज्ञानशील
6. कृपापीठ
7. स्वर्णालांगल
8. जानकीजन्मभूमि
9. निरपेक्षा विकल्मष
10.रामानन्दकरी
11.विश्वभावनी
12.नित्यमंगला
(जारी)