कखन पटकत के' जनैए
केओ नै जनैए एकर खेला-बेला
केओ नै जनैए एकर खेला-बेला
कनेक गति पबिते
कूदब जे केने छी शुरू
से सुनू हे काबिल-कहबैका
नै भेटत सभतरि एकरंग बाट
बदलै छै सरूप घाट-घाट
कखनो हुच्ची, कखनो ढिमकी
कखनो अबूह होइ छै सहज गतियो
सम्हार नै रहने होइ छै उनार
चौपट भ' सकैछ सब बेपार
कूदब जे केने छी शुरू
से सुनू हे काबिल-कहबैका
नै भेटत सभतरि एकरंग बाट
बदलै छै सरूप घाट-घाट
कखनो हुच्ची, कखनो ढिमकी
कखनो अबूह होइ छै सहज गतियो
सम्हार नै रहने होइ छै उनार
चौपट भ' सकैछ सब बेपार
बाटे नै, वाहन सेहो द' सकैए धोखा
ई जे बेधड़क गुड़केने जा रहल छी चक्का
से राखब खियाल लुब्रिकेंटक
जओं गति मे अटकब अचक्के
फेंका जाएब जत्र-कुत्र
तखन शिकाइत नै करबै
ओहि पाछां छूटल संगी-साथी सं
जे चाहियो क' नै पहुंचि सकताह
अहांक रक्षा करबाक लेल
इहो धियान राखब जे दैबो
एहने बेर पर उनटबैत छथि
पुरना बकियओताक ब'ही
करैत छथि एक-एक हिसाब
एक-एक ओसूली
तैं हे काबिल-कहबैका
नै कूदू एतेक जे धंसि जाए जमीन
फाटि जाए असमान
नै पार करू रेघा
नै छोडू सर-समांग
ई जिनगी पटकत जुआ
कखन पटकत के' जनैए
— रूपेश त्योंथ