Homeसाहित्य रूपेश त्योंथ केर लघुकथा 'परदेसी' byDIGITAL DESK -January 12, 2021 परदेसी- माए गे! बरद मोटेलौ कि ओहने हउ?- ओ नै मोटाएबला हउ.- आ गहूम जोरगर हउ ने?- पानि पर कने जोर पकड़ने हइ....कहिया एबहक?- अखनी छओ मास कुच्छो नै...!फोन काटि जुगेसर सेठजीक बगइचा पटबए मे लागि गेल छल...— रूपेश त्योंथ- - - - - -इहो पढू:लघु कथा 'आलराउंडर'लघु प्रेम कथा 'पम्ही'लघु प्रेम कथा 'सोरूप्रेक'(मिथिमीडिया एंड्रॉएड ऐप हेतु एतय क्लिक करी. फेसबुक, ट्विटर आ यूट्यूब पर सेहो फ़ॉलो क' सकै छी.) Tags: साहित्य Facebook Twitter