भारत रत्न बिस्मिल्ला खान मिथिलाक कला-संस्कृति सं बेस प्रभावित छलाह. कहल जाइछ जे हिनक नेनपन दरभंगा मे बीतल छल आ ई दरभंगा महराजक दरबार मे संगीतज्ञ छलाह. संगीतक अनंत साधक बिस्मिल्ला कला कें धर्म सं उपर मानैत छलाह. यएह कारण रहल जे ई कलाक माध्यम सं लोकक हृदय मे उतरलाह.
एतय हिनक एक वीडियो अछि जाहि मे ई विद्यापतिक एक गीत पर धुन बजा रहल छथि. हिनका संग श्रीमती एम राजन संग अन्यान्य कलाकार सब सेहो छथि. ई क्लिप दूरदर्शन केर कोनो कार्यक्रमक अछि. सोशल मीडिया पर ई खूब वायरल भ' रहल अछि.
विद्यापतिक एहि रचना पर धुन देल अछि-
'पिया मोर बालक हम तरुणी गे।
कोन तप चुकलहुँ भेलहुं जननी गे।।'
विद्यापतिक एहि रचना पर धुन देल अछि-
'पिया मोर बालक हम तरुणी गे।
कोन तप चुकलहुँ भेलहुं जननी गे।।'
अपने एतय देखि-सुनि सकैत छी: