'कोलकाता सांस्कृतिक राजधानी अछि आ एतय मैथिलीक चास बेस उर्वर देखना जा रहल अछि. युवा साहित्यिक लोकनिक रचना सुनि आश्वस्त भेलहुं जे ई शहर अपन गरिमा कें आओर बढ़ाओत.' ई मैथिलीक वरिष्ठ कवि बुद्धिनाथ झा काव्यसंध्या पर अपन उद्गार मे कहलनि.
विश्व कविता दिवस पर आयोजित कार्यक्रम मे महानगरक युवा साहित्यकार लोकनि जुटल छलाह आ अपन-अपन रचनाक पाठ केलनि. गोष्ठीक अध्यक्षता बुद्धिनाथ झा केलनि त’ संचालन युवा कवि चन्दन कुमार झा केलनि.
बीबीडी बाग मे सांझ 7 बजे सं आयोजित गोष्ठी मे अध्यक्ष ओ संचालक सहित भवनाथ झा, अशोक झा भोली, दीपक ठाकुर, रंजीत कुमार झा, आमोद कुमार झा, राजीव रंजन मिश्र ओ रूपेश त्योंथ कविता पाठ केलनि.
ज्ञात हो जे कोलकाता मे संस्थानिक कार्यक्रमक अतिरिक्त धारावाहिक गोष्ठी ‘संपर्क’ आ ‘अकासतर बैसकी’ कइएक साल सं लगातार आयोजित होइछ, जाहि माध्यम सं भाषा-साहित्य लेखन-संवर्धन हेतु निरंतर प्रयास होइए.
आयोजनक #FBLIVE एतय देखि सकै छी.