एम्हर किछु साल मे दिल्ली मैथिली-मिथिला एक्टिविटीक नबका ठेकान बनि क' अभरल अछि. स्पष्ट अछि जे ई शहर देशक राजधानी अछि आ ओतय भारी संख्या मे मैथिल बासोबास क' रहल छथि. भाषा-साहित्य-संस्कृति कें ल' प्रवासीक मोन मे दरेग रहिते छनि, आ दिल्लीक मैथिल लोकनि दिल्ली मे मिथिला बसओने छथि.
मैथिलीक पहिल टीवी चैनल 'सौभाग्य मिथिला' दिल्लीक प्रवासी कें जगेबा मे नीक भूमिका निमाहलक, एहि मे कोनो संदेह नै! बन्न भेलाक बादो ओ जे काज क' गेल से चिरकाल स्मरणीय रहत. ई दिल्ली कें नीक संख्या मे कवि, कलाकार, पत्रकार देने गेल, जाहि सं आइ दिल्ली मे मैथिली क्रियाकलापक एकटा ट्रेंड स्थापित भेल देखना जा रहल अछि.
एही सं निकलल किछु पत्रकार लोकनि मैथिली पत्रकारिता कें सेहो दशा-दिशा देबा मे महत्वपूर्ण भूमिका निर्वाह क' रहल छथि. ओही मे आब एकटा स्थापित नाम बनि गेल छथि पत्रकार ललित नारायण झा. विगत किछु साल सं वेब पत्रकारिता मे स्वयं कें साबित केलाक उपरान्त मैथिली मे समाचार पत्रिकाक अभाव कें अकानैत ओ प्रिंट मासिक पत्रिका 'मिथिला मिरर' शुरू केलनि अछि.
मैथिली भाषाक एहि मासिक पत्रिकाक नवम्बर 2017 मे प्रवेशांक बहार भेल अछि, जे बेस ठोस पत्रिकाक भविष्यक प्रति आशान्वित करैत अछि. मात्र 20 टाका मूल्यक ई पत्रिका 'ग्लोबल मिथिलाक मुखर आवाज' बनबाक लेल सचेष्ट देखल जा रहल अछि. 50 पृष्ठक एहि पत्रिका मे विविध विषयक टटका आलेख-रिपोर्ट शामिल कएल गेल अछि, जे पाठक कें जिज्ञासा बढ़बैत अछि.
एहि समाचार पत्रिका मे समसामयिक घटनाक एक्सक्लूसिव रिपोर्ट पाठक लेल पूर्ण खोराक जुटबैत अछि आ ई ललित बाबूक पत्रकारिताक जे ऊहि छनि, तकर एकटा अएना देखबा मे अबैत अछि. पत्रिका देखने-पढ़ने हम एक लाइन मे कही त' एहि पत्रिका लग एकटा नीक कॉपी एडिटर उपलब्ध भ' जाइ त' ई मैथिलीक 'आउटलुक' बनि सकैत अछि.
प्रिंट पत्रकारिता मे दशक भरिक अपन अनुभवक आधार पर एतेकटा कहब जे संपादन विभाग मे भीड़ बढ़ओने आ अवैतनिक लोक रखने ई अपन मिजाज हासिल नै क' सकत. मुंह देखि टीम नै बनाबथि आ नीक मार्केटिंग प्लानक संग आगू बढ़थि, त' मिथिला मिरर मैथिली भाषा मे समाचार पत्रिकाक एकटा नीक आ स्थाई विकल्प भ' सकैत अछि. शुभकामना!
— रूपेश त्योंथ (संपादक, मिथिमीडिया)
फोटो साभार: मनीष झा (फेसबुक)