संविधानक आठम अनुसूची मे शामिल भेलाक बादो मैथिली भाषा सरकारी स्तर पर उपेक्षिते रहल अछि. विशेष क' बिहार सरकारक उदासीनता बेस अखरैत अछि. फलतः अपन भूमि पर मैथिलीक मोजर ओतेक नै भेटि सकलैक अछि, जकर ओ हकदार अछि. तथापि एकाध समाद बीच-बीच मे एहन आबि जाइछ जे मैथिलीनेही लोकनि कें हर्षित क' देइछ.
संविधान दिवस पर दिल्लीक केन्द्रीय विद्यालय मे छात्र लोकनि कें मैथिली मे संविधानक प्रस्तावना पढ़ाओल गेल. ई प्रस्तावना शिक्षक ओ साहित्यिक अरुणाभ सौरभ छात्र सभ कें पढओलनि. ज्ञात हो जे केंद्रीय विद्यालय संगठन दिस सं एहि तरहक निर्देश देल गेल छल.
केंद्रीय विद्यालय संगठनक निर्देश छल जे छात्र सभ कें मातृभाषा मे संविधानक प्रस्तावना पढ़ाओल जाय. एहि निर्देश पर पहल करैत अरुणाभ सौरभ अपन मातृभाषा मैथिली मे छात्र लोकनि कें संविधानक प्रस्तावना पढ़ओलनि. सोशल मीडिया पर मैथिली मे संविधानक प्रस्तावना पढ़ैत छात्र सबहक वीडियो खूब चर्चित भेल अछि.
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