बिहारक शिक्षा व्यवस्थाक गति ककरो सं नुकाएल नै अछि. एम्हर किछु साल मे परीक्षा सभ मे चोरी आ रिजल्ट मे धांधली देशभरि मे चर्चा बटोरने अछि. समस्या छै आ तकर समाधानो अबस्से छै मुदा तकर खियाल करब आवश्यक.
बिहारक स्कूल मानकक अनुसार नै अछि. स्कूल सभ मे छात्रक संख्याक अनुरूप शिक्षक नै अछि. प्रदेश मे 56 बच्चा पर एक शिक्षक अछि, जखनकि राष्ट्रीय अनुपात मे प्राथमिक स्कूल लेल अधिकतम 30 बच्चा पर एक शिक्षक आ मिडिल स्कूल मे 35 बच्चा पर एक शिक्षक होएब आवश्यक अछि.
बिहार मे क्लास एक सं आठ धरि करीप 2.14 करोड़ छात्र पढ़ैत अछि, जखनकि करीप 3.80 लाख मात्र शिक्षक छथि. छात्र-शिक्षक राष्ट्रीय अनुपातक बराबर करबाक लेल दू सं तीन लाख शिक्षकक आओर बहाली करब आवश्यक अछि. तकर बादे 30-35 छात्र पर एक शिक्षकबला फॉर्मूला लागू भ' सकत.
अवस्था मे सुधार कें ल' शिक्षा विभाग सब जिला सं छात्र-शिक्षक अनुपात मंगा रहल अछि. एही आधार पर विभाग अंतिम वैकेंसी जारी करत. एखनो 85 हजार पुरान पद पर शिक्षक बहाली नहि भ' सकल अछि.
ओम्हर, छह साल बाद टीचर इलिजिब्लिटी टेस्ट (टीईटी) भेल, जकर रिजल्ट सितंबर मे निकालल गेल. एहि मे 47 हजार बीएड पास अभ्यर्थी उत्तीर्ण भेलाह. 'समान काम - समान वेतन' मामला मे हाईकोर्टक निर्णय सं नियुक्ति नियमावली रद्द भ' चुकल अछि आ राज्य सरकार सुप्रीम कोर्ट मे जेबाक अंतिम तैयारी क' चुकल अछि. राज्य सरकार सुप्रीम कोर्ट केर फैसलाक बादे एहि विषयक कोनो निर्णय लेत.
रिपोर्ट: मिथिमीडिया डेस्क
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