'डाक टिकट पर पाग सजल' गीत आइ-काल्हि लोकक ठोर पर अछि. एहि गीत कें मिथिलाक पारंपरिक लोक गायक मानवर्धन कंठ अपन स्वर सं सजओने छथि. एहि गीतक माध्यम सं मिथिलावासी लोकनिक हर्ष आ भावना कें देखोल गेल अछि, संगहि सरकारक प्रति आभार व्यक्त कएल गेल अछि. ज्ञात हो जे ई गीत मिथिलालोक फांउडेशन द्वारा सोशल मीडिया पर जारी कएल गेल अछि. मिथिलाक पाग कें डाक टिकट पर स्थान भेत्लाक बाद ई गीत जारी कएल गेल, जकरा खूब देखल-सुनल जा रहल अछि.
गायक मानवर्धन कंठ कहलनि जे मिथिलालोक फांउडेशनक अथक प्रयास सं मिथिला पाग कें राष्ट्रीय पहिचान भेटल अछि, जाहि सं देश-विदेश मे पाग पर चर्चा होमय लागल अछि. ओ कहलनि जे मिथिलाक सभ्यता-संस्कृति माछ, मखान और पान अछि मुदा मिथिलाक सांस्कृतिक प्रतिक चिन्ह पाग अछि.
ज्ञातव्य अछि जे मिथिलालोक फाउंडेशन किछु साल सं मिथिलाक समाजिक, आर्थिक एवं सांस्कृतिक उत्थान हेतु 'पाग बचाउ अभियान' राष्ट्रीय स्तर पर चला रहल अछि. एहि अभियान सं देश-विदेश मे पसरल एक करोड़ सं बेसी मैथिल जुड़ल छथि. फलतः सरकारक धियान एहि दिस गेल आ डाक टिकट जारी कएल गेल. मिथिलालोक फांउडेशन दिस सं दिल्ली आ बिहार मे पाग मार्च निकालल गेल छल. एकर संगहि दिल्ली सं देवघर धरि सैकड़ो पाग कावरियां गेल छल. एम्हर आबि क' पागक उपयोग बढल अछि आ लोक पाग पहिरब बेसी क' देलनि अछि. एतेक धरि भेल जे आब विधायक लोकनि विधानसभा मे पाग पहिरि क' पहुंचलाह. केन्द्र सरकार पाग टिकट जारी क' मिथिलाक एहि पहिचान कें सम्मानित केलक अछि.
मिथिलालोक फाउंडेशनक चेरयमैन डॉ. बीरबल झा केर कहब छनि जे मिथिलालोकक तहति चलि रहल कार्यक्रम 'पाग बचाउ अभियान' सं प्रवासी मैथिल कें सेहो हुनक मूल संस्कृति सं जोड़बाक प्रयास कएल जा रहल अछि, जाहि सं देशक संस्कृति मजगूत होयत, संगहि समाजिक समरसता एवं अर्थव्यवस्था पर अपेक्षित प्रभाव पड़त.
डॉ. झा कहलनि जे मिथिलालोक प्रवासी एवं स्थानीय मैथिल सबहक बीच सेतुक काज क' रहल अछि. पाग मिथिला सभ जाति, समुदाय केर पहिचान अछि. ई मिथिला संस्कृतिक प्रतीक अछि. संगहि ओ समस्त मिथिलावासी सं पत्राचार मे पाग डाक टिकटक प्रयोग करबाक अपील केलनि, जीहि सं एहि प्रतीक कें बेसी बढ़ावा भेटि सकतै.