नव दिल्ली : 63म राष्ट्रीय पुरस्कारक घोषणा होइते मातर सगरो मिथिला मे हर्ष आ उल्लासक वातावरण बनि गेल अछि. कारण नितिन चन्द्रा द्वारा चम्पारण टाकिज बैनरक अधीन निर्देशित मैथिली फ़िल्म 'मिथिला मखान' कें 'बेस्ट फ़िल्म इन मैथिली'क राष्ट्रीय पुरस्कार देल गेल अछि. फ़िल्म क्रान्ति प्रकाश झा, अनुरिता झा, गोपाल पाठक, पंकज झा, रंगकर्मी प्रेमलता मिश्र प्रेम आदि कलाकार सं सजल अछि. फ़िल्मक शूटिंग टोरोन्टो, स्विटजरलैण्ड, नेपाल सहित मिथिलाक विभिन्न क्षेत्र मे कएल गेल अछि. ई निचित रूप सं मैथिली सिने प्रेमी लेल आह्लादकारी समाद अछि जे मैथिली सिनेमा कें राष्ट्रीय स्तर पर प्रशंसा आ मान्यता भेटल अछि.
फ़िल्मक विषय मे निर्देशक नितिन चंद्रा कहैत छथि -
'मिथिला मखान' मात्र एक फिल्म नै, एक सोच अछि. एहि मे एक दिस सवाल उठाओल गेल अछि त' जवाब सेहो देल गेल अछि. पलायनक अभिशाप कें कोना तोड़ल जा सकैत अछि, से संदेश देल गेल अछि.
पूर्व मे सेहो किछु मैथिली मे बनल डॉक्युमेन्टरी फ़िल्म कें राष्ट्रीय पुरस्कार भेटल अछि. कोसी समस्या पर आधारित अरविन्द सिन्हाक फ़िल्म 'दुइ पाटन के बीच में' (1999) (जेकि मैथिली आ हिन्दी मे बनल छल) कें नेशनल अवार्डक स्वर्णकमल सं पुरस्कृत कएल गेल छल. 2005 मे बनल प्रवीण कुमार द्वारा निर्देशित 'नैना जोगिन' कें सेहो राष्ट्रीय पुरस्कारक रजतकमल पुरस्कार भेटल छल. एहि फ़िल्मक बेस्ट एडिटिंग लेल स्वर्गीय विभूति नाथ झा कें बेस्ट एडिटरक एवार्ड भेटल छल.
विदित हो जे राष्ट्रीय फ़िल्म पुरस्कार फीचर तथा गैर फीचर फिल्मक लेल प्रदान कएल जायत अछि. मनोज श्रीपति द्वारा निर्देशित मैथिली टेलीफ़िल्म 'रक्त तिलक' सेहो अनुशंसित, प्रशंसित आ पुरस्कृत अछि.
— भास्कर झा मैथिली सिनेवर्ल्ड