
एही अवसर पर कवि लोकनि 'फगुआ ठहक्का' मे रंग जमओताह. माने फुल एंटरटेनमेंट. कलाकुंज (कलामंदिर) मे आयोजित ई कार्यक्रम मे प्रवेश निर्बाध अछि.
ज्ञात हो जे वियोगी लिखित दोसर नाटकक मंचन होमए जा रहल अछि, जाहि मे रंगमंच ओ सिनेमाक नामी कलाकार लोकनि भाग ल' रहल छथि.
एकर संगहि कोकिल मंचक वार्षिक कार्यक्रम 'फगुआ ठहक्का' नाटकक संगे राखल गेल अछि. एहि मे मैथिलीक लोकप्रिय कवि लोकनि कविता प्रस्तुत करताह. नाटक आ फगुआ ठहक्का कें एकसंग केने सम्पूर्ण अनुपम होएबाक आस अछि.
रिपोर्ट : मिथिमीडिया ब्यूरो