कलकत्ता : धारावाहिक काव्यगोष्ठी 'अकासतर बैसकी'क वर्ष 2016क दोसर बैसकी आइ 31-1-16 के कोलकाता पुस्तक मेलाक अवसर पर स्थानीय मिलन मेला प्रांगण मे आयोजित भेल. चन्दन कुमार झाक संयोजन मे आयोजित एहि पहिल बैसकीक अध्यक्षता कोलकाताक चर्चित गीतकार, गायक आ संगीतकार विजय इस्सर कयलनि.
बैसकी मे मिथिलेश कुमार झा, भास्कर झा, आमोद झाक अलावे प्रसिद्ध नाट्य निर्देशक गंगा झा आ अखिल भारतीय मिथिला पार्टीक महासचिव रत्नेश्वर झाक उपस्थिति विशेष उल्लेखनीय रहल. आजुक बैसकी मे चन्दन कुमार झाक सद्यः प्रकाशित बाल कविता संग्रह- बिहुँसि रहल अछि अमलतास'क विधिवत लोकार्पण सेहो भेल.
गोष्ठीक आरम्भ करैत सर्वप्रथम मिथिलेश कुमार झा अपन टटका कविता 'मानबोट' पढ़लनि. तकर बाद भास्कर झा स्वरचित गजलक पाठ कयलनि. रत्नेश्वर झा सद्यःलोकार्पित बाल कविता संग्रहक 'संकल्प' कविताक पाठ कयलनि. तकर बाद चन्दन कुमार झा कविशेखर बदरीनाथ झा द्वारा सम्पादित 'मैथिली गीत रत्नावली' मे संकलित मध्यकालीन कवि शम्भुदत्त झाक गीत तथा महाकवि दयाकान्त झाक कविता-माहुर-माहुर केर काट थीक'क पाठ कयलनि आ अपन एकटा गजल पढ़लनि. आमोद कुमार झा आ गंगा झाक काव्यपाठक बाद मिथिलेश कुमार झा, मुन्नाजी लिखित पोथी समीक्षा पढ़लनि. बैसकीक अंतमे अध्यक्ष विजय इस्सर अपन कविता आ गीत सुनौलनि. निकट भविष्य मे एहि बैसकी केँ आर सार्थक रूप प्रदान करबाक कामनाक संग आजुक बैसकीक समापन भेल.
रिपोर्ट : मिथिमीडिया ब्यूरो