जनकपुरधाम : बारहम अन्तर्राष्ट्रीय मैथिली सम्मेलन, विरार मुंबई मे गत २३ दिसम्बर २०१५ कऽ स्म्पन्न भऽ गेल अछि. नेपाल भारतक लगभग डेढ़ सय प्रतिनिधि शामिल उक्त सम्मेलन मे आन्तरिक अवस्थाक छाप दुनू दिनक कार्यक्रम पर स्पष्ट रूप मे देखल गेल.
पहिल दिन २२ दिसम्बर कऽ भोरे १० बजे बिरार उपमहानगर पालिका सँ प्रभात फेरी करबाक उर्दी जारी कएल गेल छल , मुदा आवास स्थल सँ दू अढाई किलोमीटरक उक्त दूरी कोना पार कएल जाए तकर कोनो व्यवस्था नहि छल. सभ सहभागी अपन-अपन साधन कऽ ओत्त पहुँचल. ओतबे नहि भोरका जलखइ नहि भेने सहिभागी सभ तखन आर आक्रेशित भऽ गेल जखन कार्यक्रम स्थलपर डेढ़ दू घण्टाक पैदल यात्रा क' लगभग तीन बजे पहुँचलाक बादो सोझे कार्यक्रम शुरु कऽ देल गेल. रैलीक प्रारम्भ १० बजे कहितो १ बजे मात्र प्रारम्भ कएल जा सकल छल.
अव्यवस्थाक स्थिति ई रहैक जे आयोजक संस्थाक स्वयं कोनो बैनर सड़कपर नहि देखल गेल. मात्र नेपाली प्रतिनिधि मण्डलक बैनर जे वास्तवमे जनकपुर सँ दरभंगा जाएकाल जीप मे टंगबाक हेतु बनाएल गेल छल, केँ देखि पत्रकार, सहभागी आ स्थानीय बासी अपन अपन तृष्णा मेटौलनि. शुरु सँ अन्तधरि नेपाली बैनर कैमराक प्रिय पात्र बनल रहल.
सभा स्थल विशाल आ लगभग ५० हजार दर्शक बैसयबला बनाओल गेल छल, मंचपर ५० गोटे धरि आसानी सँ बैसि सकैत छल. ग्रीन रूम, भोजन कक्ष अप्रतीम रहए. विद्युत, ध्वनिक व्यवस्था अपूर्व छल तँ दर्शक , श्रोताक हेतु चारि गोट पैघ पैघ टीबी पर्दा लगाओल गेल छल, जाहिमे मंचक सम्पूर्ण कार्यक्रम अपना लग सँ लोक देखि सकैत छल.
एतेक भव्य आ अद्वितीय व्यवस्थाक बावजूद आमंत्रित अतिथि केँ कोनो तरहें सीट सुरक्षित नहि राखल गेल छल आ ने मंचपर प्रतिनिधित्वक हिसाबें बैसाओल गेल रहए. उएह अनुहार सभ मंचपर काबिज रहए जे आइ धरि एहि तरहक सम्मेलनक मंच पर महंथ बनैत आएल छथि. (स्मरणीयः नेपालमे भेल छठ्म आ एगारहम् आयोजनकेँ छोड़ि )
मूल समारोह मे आहेमाहेक बाद सम्मान प्रदानक कार्यक्रम सम्पन्न भेल जाहिमे नेपाल सँ नेपाली साहित्यकार राजविराजक नन्दलाल आचार्यकेँ सेहो मिथिला रत्न सँ सम्मानित कएल गेलनि.
दोगदाग मे गीतो–संगीत चलैत रहल. पाग आ चादरि ओढा सम्मानक दौर सेहो खूब चलल, मुदा सम्मेलनकेँ अंतर्राष्ट्रीय स्वरूप देनिहार राष्ट्रक प्रतिनिधि सभ आयोजककेँ आँखिमे नहि अभरलनि. नेपालक एक मात्र महिला प्रतिनिधि करुणा झाक नाम सम्मानमे रहितो ओकरा अबडेरल गेल, जे व्यवस्थापकीय कमजोरी आ आयोजन पक्षक नितान्त गैर जवाबदेही रूपकेँ देखबैत अछि.
कवि सम्मेलनमे सेहो तखने भेल, मुदा जे भेल से भेल तमाशा सँ आगू किछु नहि जेना कि आशंका छल, एहू ठामक आयोजनकेँ अनेरे किछु गोटे राजनेतासभकेँ महिमा मण्डित करैत समय बिताओल गेल तँ भाषा, साहित्य प्रेमी शुरुए सँ उपेक्षित रहलाह. एक दिन पूर्वे कवि सम्मेलनक हेतु नेपाली टोली सँ देल गेल पाँच गोट नाम बिना सल्लाह कएनहि काटि कऽ दू गोटे मे उतारि देल गेल छल, जकरा बाद मे कहि तीन बनाओल तँ गेल, मुदा बाँकी दू गोटे एहनो मे सूचीमे नहि चढाओल जा सकलाह. एहि काज मे आयोजक लग अपना केँ कहौनिहार किछु दरभंगिया सहभागी जानि बुझि कऽ अपन करतब देखौने छलाह – एहन आरोप नेपाली टोली सँ लगाओल गेलै.
भोजनक हाल बेहाल रहै. तीन बजेक बाद भोजन स्थलपर गेल सहभागीसभ तखन मुरछा कऽ खसलाह जखन हुनक हिस्साकेँ सभ खाना स्थानीय लोक सभ आबि कऽ खा गेल रहनि. लुझम लुझक बीच लोक किछु मुँहमे धएलक. जखन किछु नहि भेटलैक तँ खिच्चड़ि सँ काम चलौलनि.
ई सभ अव्यवस्था परिचय पत्र नहि वितरण कएने भेलैक. प्रतिनिधि मण्डलक सदस्य लोकनि परिचयकेँ आभावमे अपमानित महसूस होइत रहलाह, जखन जलखइ आ भोजन पएबाक लेल जएबाक स्थिति अएलैक तखन त' आर.
दोसर दिनक कथाँ तँ आर रोचक रहल. एक मास पूर्वे सँ उदित नारायण झा आ शारदा सिंहाक स्वर संगीतक प्रचार जोर शोर सँ रहए. आयोजनमे भाषा, साहित्य सेवीसभक चर्च भलेही नहि भेल हो, प्रचार प्रसारमे एक आखर ताहि मादे नहि लिखल गेल मुदा गीत संगीतक कार्यक्रमक प्रचारमे लाखो टकाक बुकनी कएल गेल. राष्ट्रीय अखबारक स्थानीय संस्करणमे, अथबा स्थानीय ब्रोडसिटक अखबार सभमे पुरा पृष्टक रंगीन विज्ञापन कएक दिन सँ देल जा रहल छल आ लोकक उपस्थितिक अनुमान कऽ पचास हजार दर्शककेँ बैसबाक भव्य इन्तजाम कएल गेल. मुदा उपस्थिति पाँच दश हजार सँ बेसी नहि भऽ सकल छल. उदित नारायण झा नहि अएलाह. शारदा सिंहा अएबो कएलथि तँ जमि नहि सकलीह. बरु मैथिलीक जानल मानल गायक, कलाकार सभ लोककेँ मनोरंजन कएलक २३ ता. कऽ भोरे पाँच बजे धरि.
कार्यक्रममे शेफालिका वर्माक पुस्तकक विमोेचन सम्पन्न भेल तँ आयोजक द्वारा निकालल स्मारिकाक लोकार्पण सेहो कएल गेल. स्मारिका नितान्त कमजोर, उद्देश्य विहिन अछि.
अदभूत त' तखन भेल जखन २३ ता. कऽ भोरे १० बजे सँ सेमिनारक आयोजनक बात कहल गेल रहैक. आयोजन स्थलपर पहुँचल गेल तँ आयोजक लापता रहथि. संयोजक मणिकान्त झा स्वयं सभ व्यवस्था कऽ कार्यक्रम शुरु कएलनि. प्रवासी मैथिल आ हुनक गाम शीर्षक नीक छल जाहि पर किछु गोटे बड सार गर्भित विचार रखलनि. ततहि किछु वक्ता विषय सँ फराक भऽ मोनक भडास सेहो निकाललनि.
अन्ततः दुनू दिनक कार्यक्रम सफलता पूर्वक सम्पन्न भेल. आब अगामी सालक आयोजन गुडगाव दिल्ली मे सम्पन्न हएत. जकरा लेल नव कार्यसमितिक चयन कएल गेल आ मंच सँ जकर घोषणा भेलैक.
तेरहम अन्तर्राष्ट्रीय मैथिली सम्मेलनक कार्यसमिति
तेरह्म अन्तर्राष्ट्रीय मैथिली सम्मेलन, गुडगाँव, दिल्लीक आयोजनक हेतु १५१ सदस्यीय कार्य समितिक गठन कएल गेल अछि. २३ दिसम्बर कऽ बिरारमे सुनाओल गेल नामावली अनुसार प्रमुख संरक्षकमे पद्मश्री सी.पी ठाकुर राखल गेल छथि तँ संरक्षक लोकनिमे क्रमशः राम भरोस कापडि भ्रमर (नेपाल), धीरजचन्द्र झा (मुम्बई), शोभाकान्त दास (मद्रास), कामदेव झा (कलकत्ता), डिजीपी(सीआरपी) आर के मिश्रा मनोनित कएल गेलाह अछि.
आयोजनक अध्यक्ष मे शिक्षाविद डा. संदीप झा (मुम्बई), का.का. अध्यक्ष मे सेठ कमल झा (मुम्बई), प्रधानमहासचिव मे डा. बैद्यनाथ चौधरी बैजू (दरभंगा), महासचिव मे रविन्द्र झा, धनञ्जय झा (मुम्वई), कोषाध्यक्षमे ललित झा (मुम्बई), उपाध्यक्षमे पं. कमला कान्त झा, डा. बुचरु पासवान (दरभंगा), सचिवमे डा. पशुपति नाथ झा (नेपाल), अयोध्याय नाथ चौधरी (नेपाल), दीपक झा (मुम्बई), स्मारिका प्रभारीमे चन्द्रेश, कविगोष्ठि प्रभारीमे जनकजी, साँस्कृतिक प्रभारीमे जीवकान्त मिश्र आ सेमिनार प्रभारीमे मणिकान्त झा छानल गेलाह अछि.
आयोजन समितिमे नेपाल सँ २५ गोटे आ मुुम्बई सँ २५ गोटे धरि राखल जएबाक निर्णय सेहो कएल गेल अछि जकर प्राधिकारी क्रमशः राम भरोस कापडि आ रविन्द्र झाकेँ देल गेलन्हि. दिल्लीक आयोजनक संयोजन अनिल कुमार मिश्र करताह.
नेपाल भारतक बीच भाषा, साहित्य एवं साँस्कृतिक गतिविधिपर विमर्श एवं अन्य सम्न्वय, संयोजनक भार संरक्षक राम भरोस कापडि भ्रमरकेँ देल गेल हएबाक जनतब प्रमुख महासचिव डा. बैद्यनाथ चौधरी बैजू जनौलनि अछि.
बिरार मुम्बईमे भेल कार्यक्रमपर समीक्षा बैठक १५ जनवरी सँ पूर्व दरभंगामे आयोजित हएत जाहिमे पाँच सदस्यीय आयोजन कोर कमिटीक निर्माण कएल जाएत जे कार्यक्रमक नीति तय करत – तकरहु जानकारी डा. बैजू देलनि.
रिपोर्ट/फोटो : कुमार अभिनन्दन