> अशोक झा (मिथिला विकास परिषद्, कोलकाता) कें बाबू साहेब चौधरी सम्मान
नव दिल्ली : अखिल भारतीय मिथिला संघ, दिल्लीक तत्त्वाधानमे आयोजित एक दिवसीय मिथिला विभूति स्मृति पर्व समारोह विगत रवि (29 नवम्बर) कें भव्यताक संग मनाओल गेल. कार्यक्रमक शुभारम्भ 15 वर्षीय सरस्वती आराध्या मैथिली ठाकुरक सुन्नर स्वरमे कविकोकिल विद्यापति “जय जय भैरवि”क संग प्रारम्भ भेल आ तदुपरान्त आयोजनक मुख्य अतिथि भारत सरकारक केन्द्रीय मंत्री हर्षवर्धन ओ विभिन्न दलक राजनीतिक ओ समाजक किछु गणमान्य व्यक्ति लोकनि जेनाकि हुकुमदेव नारायण यादव, महाबल मिश्रा,कीर्ति झा आजाद,संजय झा,राम कुमार झा, कर्नल अनिल झा, डॉ. एच.सी.एल. गुप्ता, अशोक झा आदि लोकनि दीप प्रज्ज्वलित कएलनि.
बरख 1951 मे कलकत्तामे स्थापित ई संस्था 1967 स’ दिल्ली शहरमे सक्रियताक संग मिथिला-मैथिली वास्ते तत्पर रहैत अपन 48म बर्खक आयोजनक अवसर पर कतेको उपलब्धि स’ अवगत करौलक. आजुक आयोजनमे संघ द्वारा 13म शताब्दीक प्रख्यात महाकवि (वर्णरत्नाकर ओ धूर्तसमागम केर रचयिता) ज्योतिरीश्वर ठाकुरक काल्पनिक छायाचित्रक अनावरण. एहि ठाम एकटा गप्प मोन पारब आवश्यक जे विगत किछु बर्ख स’ मैलोरंग रेपर्टरी द्वारा वरिष्ठ रंगकर्मीकें ज्योतिरीश्वर सम्मान स’ सम्मानित कएल जेबाक परम्पराक निर्वाह भ’ रहल अछि. संस्थाक संस्थापक बाबू साहेब चौधरीक नाओं स’ ई सम्मान संस्कृति ओ रंगकर्मी कोलकाता प्रवासी (मधुबनी जिलान्तर्गत बरहा निवासी) अशोक झाकें, डॉ. सर गंगानाथ झाक नाओं स’ संदीप फाउंडेशन केर स्वामी शिक्षाविद संदीप झाकें, भोगेन्द्र झाक नाओं स’ ई सम्मान मैथिलीक सुपरिचित गीतकार/कवि मिथिलापुत्र प्रदीपकें प्रदान कएल गेलनि संगहि विभिन्न क्षेत्रमे विशेष जोगदान वास्ते मिथिला विभूति सम्मान जेकि प्रतिवर्ष देबाक परम्परा रहल अछि ओ क्रमशः आलोक झा (पत्रकार), नीरज पाठक (राजनीति), ऋतुराज गोविन्द (राजनीति) आदिकें प्रदान कएल गेलनि . मंच सञ्चालन संस्थागत प्रकाश झा केलनि ओ सांस्कृतिक कार्यक्रमक सञ्चालन रामसेवक ठाकुरक हास्य-व्यंग्य-साहित्य सम्मिश्रित रंग-बिरंगक चोहटगर चुटकुलादिक संग बेस मनोरंजक रहल.
आयोजनक पहिल चरणमे पाग, शॉल, पुष्पगुच्छ आ प्रतीक चिन्हक संग अतिथि सम्मान आ तत्पश्चात अतिथिक वक्तव्य ओ संस्थाक स्मरिकाक विमोचन सेहो कएल गेल . संस्थाक सचिव विद्यानन्द झा अपन वक्तव्यमे किछु बिंदुकें स्पष्ट रूप स’ रखैत उपस्थित राजनीतिज्ञ लोकनिक ध्यानाकर्षण केलनि संगहि दुःख जतौलनि जे मिथिला कहियो पान-माँछ-मखानक उत्पादनक केंद्र रहल अछि मुदा सरकारक उदासीनताक कारण माँछक आयात आजुक तिथिमे हैदराबाद (आन्ध्रा) स’ भ’ रहल अछि, दिल्लीमे मैथिली भोजपुरी साहित्य अकादमीक संयुक्त गठन केर बावजूद मैथिलीकें समुचित स्थान स’ वंचित राखल जाइत रहल अछि आ तैं फराक अकादमीक गठन हेबा पर आ मिथिला क्षेत्रमे रोजगार ओ उद्यम पर विशेष जोर देलनि. अध्यक्षीय भाषणमे विजय चन्द्र झा द्वारा विगत 48 बर्खमे संस्थाक अनेकानेक उपलब्धिक क्रममे एकटा बहुत पैघ आ महत्त्वपूर्ण सूचना सोझा आएल जे दिल्लीक संगम विहारमे दू सए गज जमीन पर मिथिला भवन निर्माणाधीन अछि आ अंतिम चरणमे अछि जाहिमे तन-मन-धनस’ जोगदान देनिहार एक-एक व्यक्तिक नाओं ल’ कृतज्ञता ज्ञापित केलनि.
आयोजनक दोसर चरणमे सांस्कृतिक कार्यक्रमक श्रीगणेश पुनः मैथिली ठाकुरक स्वर स’ भेल आ हुनक एहि बाल्यावस्थामे अद्वितीय गायनकें प्रत्यक्षदर्शी सभागारमे बैसल दर्शकक थोपरीक गरगराहैट रुकबाक नाओं नैं ल’ रहल छल आ संस्थाक सदस्य लोकनि त्वरित निर्णय लैत मैथिलीकें अपन उद्देश्यमे सफल हेबा लेल तीन बर्ख धरि 11,000/- सालाना आर्थिक सहायता देबाक घोषणा केलनि. ज्ञात हो कि किछु मास पूर्व मिथिला मिरर केर सम्पादक ललित नारायण झा द्वारा मैथिली ठाकुरक साक्षात्कारक विडियो यूट्यूब केर माध्यम स’ बेस चर्चामे रहल अछि. तकरा बाद मैथिलीक सुपरिचित गायक हरिनाथ झा विद्यापति गीतमे शास्त्रीय धुनक मनोरम प्रयोगक संग हुनक गाओल किछु प्रसिद्ध गीत जेना “हे गे बुधनी माए, रंगीला ई बिहार भ’ गेलै” आदि सुना दर्शककें भाव विभोर केलनि. महिला कलाकारमे अंजना आर्या “मोरा रे अंगनमा चनन केर गछिया” आ पूजा “राजा जनक जीके बागमे” आदि गीतक प्रस्तुति देली. गायक संजय झा द्वारा मिथिला वर्णन “स्वर्ग स’ सुन्दर मिथिला धाम”मे शास्त्रीय संगीतक मसल्ला बेस रुचिगर रहल. गायक बमबम द्वारा गाओल गीत “मामा यौ कने खैनी दिय” स्व. हेमकांत झाकें यथोचित श्रद्धांजलिक देबामे कोनो कोताही नैं केलक . सांस्कृतिक कार्यक्रम जहन अपन समापन दिस डेग बढ़ेबा लेल अग्रसर छल तखने मिथिलांचलक बूढ़ स’ नेन्ना सभक हृदयमे सामान रूप स’ बसल लोकगायक कुंजबिहारी मिश्र ट्रेन बिलम्ब हेबाक कारणें देरी स’ पहुँचला जरूर मुदा अपन गुण अनुरूप दर्शककें अपन गायनक मोहनियाँ मंत्र मारैत समापन धरि बान्हि रखला. आयोजन सभ दृष्टिकोणे सफल रहल आ अन्तमे अध्यक्ष विजय चन्द्र झा द्वारा धन्यवाद ज्ञापनक पश्चात कार्यक्रम अपन निश्चित समय पर इति शुभम कएल.
रिपोर्ट : मनीष झा 'बौआभाइ'