पटना: मैथिली लिटरेचर फेस्टिवलक तेसर ओ अंतिम दिनक कार्यक्रम 'हम पोथी पढ़ब' सत्रसं शुरू भेल. एहिमे रमेश रंजन केर उपन्यास संगोर पर विमर्श भेल. उषा किरण खान, मोहन भारद्वाज, वीरेंद्र पाण्डेय विमर्श केलनि. सत्रक संचालन कथाकार अशोक केलनि. दोसर सत्रमे भारत ओ नेपालक सांस्कृतिक समन्वय पर विमर्श भेल. दुनू पार मिथिलाक बीच मैथिली सेतु केर काज क' रहल अछि. एहि सत्रक संचालन महेंद्र मलंगिया केलनि त' रामावतार यादव, राजेन्द्र विमल, मन्त्रेश्वर झा ओ रामभरोस कापड़ि भाग लेलनि. दू देशमे बाँटल मैथिली भाषी आ भाखा-संस्कृतिक समन्वय पर विस्तृत चर्चा भेल. तेसरदिनक कार्यक्रममे लघु फिल्म रक्त तिलक ओ मैथिली साहित्य पर एक फिल्म सेहो देखाओल गेल.
लोककें खूब नीक लगलै सलहेस गायन
कलौ केर पश्चात आयोजित भेल सलहेस गायन लोक कें बेस पसिन पडलनि. सलहेस गायनक प्रस्तुति विसुनदेव पासवान ओ हुनक संगी लोकनि द्वारा भेल. लोक मग्न भ' सुनैत रहलाह. साहित्यिक फेस्टिवलमे समाजक विभिन्न पक्ष, कला आदिक अनुपन संगम देखबामे आएल. कुणाल ओ अरविन्द अक्कू एहिपर अपन विचार रखलनि.
बहल कविताक बसात
कविगोष्ठीमे भारत-नेपालक मैथिली कवि लोकनिक नीक जुटानी छल. एहिमे वरिष्ठ कविसं ल' नवतुरिया धरि लगभग तीस गोटे भाग लेलनि. सभ तरहक कविताक आनंद लेलनि उपस्थित श्रोतागण. कविगोष्ठीक संचालन अजित आजाद केलनि .
पहुँचलाह आस्ट्रेलियाइ पाहुन
आस्ट्रेलियाक एक विश्विद्यालयमे हिन्दीक लेक्चरर डॉ इयान वूल्फोर्ड मैथिली लिटरेचर फेस्टिवलमे पहुँचलाह. एक विशेष सत्र आयोजित कएल गेल आ अजित आजाद हुनकासं बात केलनि. इयान हिन्दी नीक सं जनैत छथि आ मैथिली पसिन करैत छथि. ओ आइ-काल्हि एक शोध हेतु भारत आएल छथि. इयान कार्यक्रममे भाग लेलनि संगहि मिथिलाक व्यनजन सेहो चिखलनि.
लोककें आकर्षित केलक विभिन्न स्टाल
मैथिली लिटरेचर फेस्टिवलमे मिथिला कला, पेंटिंग, पोथी आदि केर स्टाल लागल छल जे लोक कें अपना दिस आकर्षित करैत रहल. मिथिला पेंटिंग देखैत-कीनैत लोक कें देखल गेल त' संगहि भारी छूट पर मैथिली पोथी विभिन्न स्टाल पर बिकाइत छल. पोथी स्टाल पर सेहो पोथी प्रेमी लोकनिक भीड़ लागल रहैत छल.
कुणालक निर्देशनमे परमेश्वर कापड़िक टटकाल दर्शन नाटकक मंचन कएल गेल. एहिमे जयदेव मिश्र, अमित कुमार, प्रीति कुमारी आदि कलाकार लोकनि भाग लेलनि. नाटकक संगहि एहि बेरक फेस्टिवलक समापन भेल.
रिपोर्ट-फोटो : अमित आनंद