कलकत्ता: विगत पचपन बरख सं बेसी समय सं मैथिली साहित्य ओ संस्कृति कें समर्पित संस्था मिथिला सांस्कृतिक परिषद मिथिला विभूति पर्व समारोहक आयोजन कएलक. समारोहक आयोजन स्थानीय यात्रामंच सभागार मे रविदिन 20 अप्रैल 2014 कें भेल. एहि अवसर पर युवा साहित्यकार चन्दन कुमार झा केर मैथिली काव्य संग्रह 'अगड़म-बगड़म' केर विमोचन कएल गेल. पोथी विमोचन वरिष्ठ साहित्यकार रामलोचन ठाकुर कएलनि. एहि सं पहिने आगत पाहुन अपन विचार रखलनि. गीत-संगीत ओ भावनृत्य केर आयोजन दर्शक लोकनि कें बेस मनोरंजन कएलक.
भगवती गीत सं शुरू भेल कार्यक्रमक अध्यक्षता परिषद अध्यक्ष सुरेन्द्र नारायण झा कएलनि. उद्घाटन समाजसेवी कामदेव झा केलनि. परिषदक मंत्री मिथिलेश कुमार झा प्रतिवेदन पढ़लनि. किशोरीकांत मिश्र, सुरेन्द्र नारायण झा, कामदेव झा, रामलोचन ठाकुर, नवीन चौधरी, भोगेन्द्र झा, जुगलकिशोर झा, योगेंद्र वियोगी ओ अन्य लोकनि अपन उद्गार रखलनि ओ मैथिली-मिथिला-मैथिल केर वर्त्तमान स्थिति-परिस्थिति पर इजोत देलनि. संगहि मिथिलाक विभूति लोकनिक योगदानक चर्चा केलनि. मंच संचालन देवीशंकर मिश्र केलनि. परिषद मंत्री ओ साहित्यिक मिथिलेश कुमार झा मंच सं जनओलनि जे लनामिवि केर दूरस्थ शिक्षा मे मैथिली कें शामिल कएल गेल अछि, जे आह्लादक विषय अछि. परिषद विश्वविद्यालय कें एहि विषय मे पत्र देने छल जाहि पर विश्वविद्यालय डेग उठौलक. एहि विषय पर आओर संस्था आ कार्यकर्ता लोकनि जे तत्पर भेल छलाह, हुनका लोकनि कें सेहो ओ धन्यवाद देलनि.
भगवती गीत सं शुरू भेल कार्यक्रमक अध्यक्षता परिषद अध्यक्ष सुरेन्द्र नारायण झा कएलनि. उद्घाटन समाजसेवी कामदेव झा केलनि. परिषदक मंत्री मिथिलेश कुमार झा प्रतिवेदन पढ़लनि. किशोरीकांत मिश्र, सुरेन्द्र नारायण झा, कामदेव झा, रामलोचन ठाकुर, नवीन चौधरी, भोगेन्द्र झा, जुगलकिशोर झा, योगेंद्र वियोगी ओ अन्य लोकनि अपन उद्गार रखलनि ओ मैथिली-मिथिला-मैथिल केर वर्त्तमान स्थिति-परिस्थिति पर इजोत देलनि. संगहि मिथिलाक विभूति लोकनिक योगदानक चर्चा केलनि. मंच संचालन देवीशंकर मिश्र केलनि. परिषद मंत्री ओ साहित्यिक मिथिलेश कुमार झा मंच सं जनओलनि जे लनामिवि केर दूरस्थ शिक्षा मे मैथिली कें शामिल कएल गेल अछि, जे आह्लादक विषय अछि. परिषद विश्वविद्यालय कें एहि विषय मे पत्र देने छल जाहि पर विश्वविद्यालय डेग उठौलक. एहि विषय पर आओर संस्था आ कार्यकर्ता लोकनि जे तत्पर भेल छलाह, हुनका लोकनि कें सेहो ओ धन्यवाद देलनि.
सांस्कृतिक आयोजन सं पहिने चन्दन कुमार झा विमोचित संग्रह मे सं किछु कविता प्रस्तुत केलनि जे उपस्थित दर्शक लोकनि कें बेस प्रभावित केलक. निर्देशक गंगा झा केर संयोजन मे गीत संगीत केर कार्यक्रम बेस मनोरंजक रहल. विजय इस्सर ओ अंजना इस्सर अपन गायन प्रतिभा सं लोक कें झुमओलनि. विशेष ई रहल जे ई लोकनि कलकत्ता केर रचनाकार यथा रामलोचन ठाकुर, चन्दन कुमार झा, भास्करानन्द झा 'भास्कर' केर लिखल गीत गओलनि. विजय इस्सर जे गायक त' छथिए, मैथिली लेखन मे सेहो नीक उपस्थिति दर्ज करा रहलाह अछि, अपन लिखल गीत गओलनि जे वर्त्तमान चुनाओ आ राजनीति पर व्यंग्य छल, बेस पसिन कएल गेल. (Report: मिथिमीडिया ब्यूरो/ Photo: प्रकाश झा )