पटना/जनकपुर: पटनामे सम्पन्न हिन्दी, अंग्रेजी आधारित पटना साहित्य उत्सव सँ प्रेरणा लऽ मैथिलीक साहित्यकार लोकनि आब मैथिलीयोमे ताहि स्तरक साहित्य उत्सव करबाक नियार कएलनि अछि. पटना साहित्य उत्सवक अन्तिम दिन अर्थात 16 फरबरी कऽ चेतना समितिमे बैसल स्थानीय मैथिली साहित्यकार एवं नेपाल सँ गेल रामभरोष कापडि 'भ्रमर' आ चन्द्र किशोर झा सहितक साहित्यप्रेमी लोकनि एक स्वर सँ अगामी सितम्बर–अक्टुवर धरि मैथिली साहित्य उत्सवक आयोजन करबाक नियार कएलनि. विचारकेँ प्रस्तुत करैत कथाकार अशोक एहि तरहक आयोजन पर बल दैत एकरा बजारमुखी बनएबापर जोड देलनि. तहिना नाट्यकर्मी निर्देशक कुणालक मत छलनि, मैथिलीक अस्मिताक लेल सेहो साहित्य उत्सवक आयोजन आवश्यक थिक. मैथिली साहित्य उत्सवमे विभिन्न सत्रमे व्यापक विचार विमर्शक संग पुस्तकक व्यवसायिक प्रदर्शनी कएल जाएत जे विभिन्न ठाम सँ संयोजित हएत. कला-साँस्कृतिक मौलिक छटाक प्रदर्शन सेहो हएत. उपस्थित बैसारमे चेतना समितिक अध्यक्ष विजय कुमार मिश्र एहि काजमे चेतना समितिक पूर्ण सहभागिता आ सहयोगक बचन देलनि. ओहुना उपस्थित साहित्यकार लोकनि मैथिलीक किछु प्रतिष्ठित संघ संस्थाकेँ एहि सँ जोड़बाक बात पर विचार रखैत गेलाह. सम्मेलन नेपालमे सेहो आयोजन कएल जाएत एहन धारणा राखल गेल छल.
बैसारमे डा. रामानन्द झा ‘रमण’, सुकान्त सोम, रघुवीर मोची , कमल मोहन चुन्नु, चन्द्र किशोर झा, रामभरोस कापडि ‘भ्रमर’ लगायतक साहित्यकार सभ उपस्थिति छलाह. एखन एकर विधि विधान, कार्यक्षेत्र आ कार्यक्रम तय करबाक हेतु एकटा सात सदस्यीय समितिक तत्काल गठन कऽ कार्य प्रारम्भ करबाक अभिभारा देल गेल छल. ई आयोजन अगामी सितम्बर धरि होयबाक संभावना अछि.
(Report: मिथिमीडिया ब्यूरो)
(Report: मिथिमीडिया ब्यूरो)