तारासुंदरी पार्क स्थित यात्री प्रतिमा लग उपस्थित भाखाप्रेमी लोकनि |
कलकत्ता. कलकत्ता सं यात्री केर लगाओ कतेक रहनि से साहित्य प्रेमी लोकनि सं नुकायल नहि अछि. यायावर साहित्यकार बैद्यनाथ मिश्र 'यात्री' कलकत्ता अबैत रहैत छलाह आ अपन जीवन काल मे कलकत्ता मे अपन अमिट छाप छोड़ने छथि. यएह कारण अछि जे हुनक पहिल प्रतिमा सेहो कलकत्ते मे तारासुन्दरी पार्क मे स्थापित भेल. मिथिला विकास परिषद् केर अथक प्रयास सं जतय यात्रीक प्रतिमा लागल ओतहि एतुक्का साहित्यप्रेमी लेल हुनका मोन पाड़बाक आ हुनक दर्शन करबाक एकटा ठाम सेहो बनि गेल.
यात्री कें हुनक पुण्यतिथि 5 नवम्बर कें मिथिला विकास परिषद् द्वारा श्रद्धांजलि सभा आयोजित कयल गेल. यात्रीक प्रतिमा पर माल्यार्पणक पश्चात उपस्थित साहित्य प्रेमी लोकनि हुनका विषय मे चर्चा कयलनि. यात्रीक व्यक्तित्व आ कृतित्वक चर्चा करैत साहित्यकार लोकनिक कहब छल जे अनंत काल धरि यात्री भाखाप्रेमी लोकनि कें प्रेरणा देइत रहताह। एहि अवसर पर मिविप अध्यक्ष अशोक झा, विष्णुदेव मिश्र, आमोद कुमार झा, विनय प्रतिहस्त, चन्दन कुमार झा, रूपेश त्योंथ आदि लोकनि उपस्थित छलाह. (Report: मिथिमीडिया ब्यूरो)