नव दिल्ली. पृथक मिथिला राज्यक मांग कें ल' संसद सत्र केर पहिल दिन अर्थात 21 फरवरी कें मिथिला विकास परिषद् द्वारा दिल्ली केर जंतर-मंतर पर धरना देल गेल. एहि अवसर पर पृथक राज केर सैकड़ो समर्थक जुटल छलाह. जमि क' नाराबाजी कयल गेल. मिविप केर राष्ट्रीय अध्यक्ष अशोक झा मिथिमीडिया कें कहलनि जे आन्दोलन मे मिथिला विकास परिषद् कने बेसी सक्रिय होयत. हम सभ बहुत दिन सं देखि रहल छी. सरकार कें कनियो धियान नहि छैक. निन्न तोड़य पड़तैक. लगभग आठ शताब्दी पहिने मिथिला अलग देश छल. एकर इतिहास पांच हजार साल सं बेसी पुरान अछि. 1956 मे कनेक आस जागल छल जे भाषा आधार पर प्रान्त गठन सं भारतीय गणराज्य मे मिथिला राज्य बनत. मुदा किछु ने भेल. एम्हर तेलांगना आ गोरखालैंड केर आवाज सुनल जाइत छैक मुदा मिथिला राज्यक मांग पर सरकार कें कनियो धियान नहि छैक.
ओ कहलनि जे मिथिला केर मांग सदति शांतिपूर्ण रहल अछि आ आगुओ रहत. शांतिपूर्ण आन्दोलन पर सरकार केर दृष्टि नहि पडैत छैक. ई स्थिति चिंताजनक अछि. उत्पाती तत्वक बात पर सरकार तुरंत कान ठाढ़ करैत अछि मुदा शांति पूर्ण मिथिला राज्यक मांग कें मोजर नहि देल जाइत अछि. हम सभ आन्दोलन मे शांति बनौने राखब. सभ समस्या केर निदान छैक.
एकर संगहि अशोक झा आह्वान कयलनि जे सभ संस्था सभ कें संग आबि आन्दोलन कें मजगूती प्रदान करबाक चाही. ओ कहलनि जे कोलकाता मे शीघ्र सभ संस्था जे मिथिला राज्यक मांग हेतु साकांक्ष छथि, तकर प्रतिनिधि दल सभक संग एक सभा आयोजित कयल जायत आ आन्दोलन मे नव प्राण फुंकल जायत.
धरना मे अमरेन्द्र झा, कुमार वैभव दास, डॉ हियाज अंसारी, कामेश्वर पासवान आदि सेहो अपन विचार व्यक्त कयलनि. धरनाक बाद राष्ट्रपति, प्रधानमंत्री आ केन्द्रीय गृह मंत्री कें ज्ञापन सौंपल गेल. (Report: मिथिमीडिया ब्यूरो)
ओ कहलनि जे मिथिला केर मांग सदति शांतिपूर्ण रहल अछि आ आगुओ रहत. शांतिपूर्ण आन्दोलन पर सरकार केर दृष्टि नहि पडैत छैक. ई स्थिति चिंताजनक अछि. उत्पाती तत्वक बात पर सरकार तुरंत कान ठाढ़ करैत अछि मुदा शांति पूर्ण मिथिला राज्यक मांग कें मोजर नहि देल जाइत अछि. हम सभ आन्दोलन मे शांति बनौने राखब. सभ समस्या केर निदान छैक.
एकर संगहि अशोक झा आह्वान कयलनि जे सभ संस्था सभ कें संग आबि आन्दोलन कें मजगूती प्रदान करबाक चाही. ओ कहलनि जे कोलकाता मे शीघ्र सभ संस्था जे मिथिला राज्यक मांग हेतु साकांक्ष छथि, तकर प्रतिनिधि दल सभक संग एक सभा आयोजित कयल जायत आ आन्दोलन मे नव प्राण फुंकल जायत.
धरना मे अमरेन्द्र झा, कुमार वैभव दास, डॉ हियाज अंसारी, कामेश्वर पासवान आदि सेहो अपन विचार व्यक्त कयलनि. धरनाक बाद राष्ट्रपति, प्रधानमंत्री आ केन्द्रीय गृह मंत्री कें ज्ञापन सौंपल गेल. (Report: मिथिमीडिया ब्यूरो)