हमहीँ बाँटी, नेनाकेँ लेमनचूस,
जुबनकामे सूपारीक-टूक,
हमहीँ देब बुढ़ारी मे लाठी
आ समय एलापर काठीयो देबाक
हमरे अछि अधिकार
सखी-बहिनपाकेँ हमहीँ दी
गौरी पूजय लेल,देव-पितर गोहरबै लेल
पूजन-सामग्री, धुप-बाती ...
फेर एतेक व्यवस्था केलाक अछैतो,
जखन हमरे सभ कहैत अछि
कहिया होयब व्यवस्थित ?
तखन कहिया होयब बेवस्थित-
से कोना कही..?
हमर तऽ बाबू-कक्का-बाबा छलाह व्यवस्थित
से आब हम कोना होयब व्यवस्थित !!
— अरुण झा
जुबनकामे सूपारीक-टूक,
हमहीँ देब बुढ़ारी मे लाठी
आ समय एलापर काठीयो देबाक
हमरे अछि अधिकार
सखी-बहिनपाकेँ हमहीँ दी
गौरी पूजय लेल,देव-पितर गोहरबै लेल
पूजन-सामग्री, धुप-बाती ...
फेर एतेक व्यवस्था केलाक अछैतो,
जखन हमरे सभ कहैत अछि
कहिया होयब व्यवस्थित ?
तखन कहिया होयब बेवस्थित-
से कोना कही..?
हमर तऽ बाबू-कक्का-बाबा छलाह व्यवस्थित
से आब हम कोना होयब व्यवस्थित !!
— अरुण झा