मिथिला भरि मे आइ नवान्न आँगन
आएल अछि. ई पावनि मिथिलाक कृषि परंपरा आ अन्नक महत्व केर सूचक अछि. आजुक
दिन आँगन- घर नीपल जाइत अछि. अरिपन पड़ैत अछि आ सूर्य केर आराधना सेहो कयल
जाइत अछि. गृहस्थ खेत सं धानक शीश काटि क' अनैत अछि. ओही कें उखड़ि मे
कूटल जाइत अछि आ चूरा बनाओल जाइत अछि. ओहि चूरा कें दूध आ गूड़ मिला लवनिया
चिपड़ी सं पका प्रसाद बनाओल जाइत अछि. मिथिलाक ई पर्व श्रद्धा ओ गृहस्थ परंपरा केर सूचक अछि. — मिथिमीडिया डेस्क