गाम केर सीमान पर बेली फूल गछिया,
लतरल चतरल डारि हे ,
घोरबा चढ़ल एलखिन दूल्हा, श्री कृष्ण दूल्हा ,
पगिया लसकि गेल डारि हे ,
गाम केर सीमान पर...
कतए गेलहुँ कतए गेलहुँ धनि हमर धनि ,
पगिया छोड़ाय दिअ' मोर हे ,
गाम केर सीमान पर...
हम कोना आहे प्रभु पगिया छोरायेब,
हँसत नैहर केर लोक हे
गाम केर सीमान पर...
हँसय दिऔ हँसय दिऔ धनि यै नैहर लोक,
भिनसर होइते डोलिया फनैब हे
गाम केर सीमान पर...
— रूबी झा